नीला आसमान और आसमान में गरजती हिंदुस्तान की वायुसेना की हुंकार. मंगलवार को 87वें वायुसेना दिवस के अवसर पर जब गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर वायुसेना दिवस का जश्न शुरू हुआ तो ताकत ऐसी दिखी हर कोई चौंक गया. आसमान में करतब दिखाता मिग-21 विमान हो या फिर बालाकोट में बम बरसाने वाले मिराज-2000, लड़ाकू विमानों की घनघनाती आवाज इतनी दमदार थी कि आप ये ताकत देख गर्व करेंगे और वायुसेना को सलाम करेंगे.
1.वायुसेना का ये दम दुश्मन को समझाने के लिए काफी है कि अगर कोई गलती कि या फिर हिंदुस्तान को गलत नज़र से देखा, तो भारत की वायुसेना उनके हर एक मंसूबे को ध्वस्त कर देगी.
2. बालाकोट एयरस्ट्राइक में दम दिखाने वाली टीम ने एक बार फिर आसमान में दम दिखाया. बालाकोट में जिन मिराज-2000 का इस्तेमाल हुआ और जिन पायलटों ने उड़ान भरी थी, उन्होंने फिर हिंडन में उड़ान भरी.
3. अमेरिका से आए चिनूक हेलिकॉप्टरों ने भी वायुसेना दिवस के मौके पर अपना दम दिखाया. एयरफोर्स डे पर तीन चिनूक हेलिकॉप्टरों ने हिंडन के आसमान उड़ान भरी.
4. वायुसेना दिवस के मौके पर एयरफोर्स की ओर से एक वीडियो जारी किया गया, जिसमें भारत के नए फाइटर जेट की खूबियों को दिखाया गया है.
5. वायुसेना दिवस के मौके पर कुल 54 एयरक्राफ्ट ने कार्यक्रम में हिस्सा और अपना दम दिखाया. इस दौरान 19 फाइटर विमान, 7 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट, 20 हेलिकॉप्टर भी शामिल हुए.
वायुसेना के 87वें स्थापना दिवस पर नए वायुसेना चीफ एयर मार्शल आरकेएस भदौरिया ने वायुसेना की ताकत का अहसास दुनिया को करा दिया. हिंडन एयरबेस पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वायुसेना प्रमुख ने कहा कि हमारे जवानों ने इस साल सफलता से एयरस्ट्राइक को अंजाम दिया और अगर जरूरत पड़ी तो फिर किसी भी कदम को उठाने को तैयार हैं.
आतंक के खिलाफ जारी रहेगी लड़ाई
वायुसेना प्रमुख ने कहा कि वायुसेना किसी भी तरह की मुसीबत का सामना करने के लिए हमेशा तैयार रहती है, बीते कुछ समय में राष्ट्र सुरक्षा के लिए कई तरह की चुनौती सामने आई हैं. भारतीय वायुसेना ने आतंक के खिलाफ कामयाब लड़ाई है और आगे भी ये लड़ाई जारी रही है. बालाकोट में एयरस्ट्राइक करने जवानों को हम एक बार फिर सलाम करते हैं.
'शहीदों को वायुसेना का सलाम'
वायुसेना दिवस के मौके पर एयरचीफ ने कहा कि आज के दिन पर मैं सभी जवानों को सलाम करता हूं और वायुसेना दिवस की बधाई देता हूं. वायुसेना का इतिहास गौरव से भरा रहा है, जिसने हमेशा देश का नाम रोशन किया है. आज के दिन में हम उन शहीदों को भी सलाम करते हैं, जिन्होंने ड्यूटी के दौरान अपनी जान गवां दी.
आपदा में भी हाजिर है वायुसेना
एयर मार्शल आरकेएस भदौरिया ने कहा कि भारतीय वायुसेना, सेना के अन्य विंग के साथ मिलकर कामकर रही है और देश की सुरक्षा की में अहम किरदार निभा रही है. वायुसेना का मकसद अब एक्सीडेंट में कमी लाना है. उन्होंने कहा कि ना सिर्फ बॉर्डर बल्कि वायुसेना आपदा में भी देश का साथ दे रही है, फिर चाहे बिहार जैसे क्षेत्र में बाढ़ हो या फिर कोई और प्राकृतिक आपदा ही क्यों ना हो.
उन्होंने कहा कि वायुसेना को जल्द ही नई ताकतें मिलने वाली हैं, इसमें S-400 जैसा मिसाइल सिस्टम भी शामिल है. इतना ही नहीं भारतीय वायुसेना लगातार मेक इन इंडिया पर जोर दे रही है और देसी हथियारों को तवज्जो दी जा रही है. जल्द ही वायुसेना में मेड इन इंडिया हेलिकॉप्टर शामिल किए जाएंगे.
विंग कमांडर अभिनंदन ने फिर दिखाया दम
पाकिस्तान को मात देने वाले विंग कमांडर अभिनंदन ने एक बार फिर आसमान में अपनी ताकत का प्रदर्शन किया. वायुसेना दिवस के मौके पर अभिनंदन ने मिग विमान को उड़ाया. बता दें कि बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद भी विंग कमांडर अभिनंदन ने मिग विमान से ही पाकिस्तान के F-16 को मात दी थी, जो कि टेक्नोलॉजी के मामले में मिग से काफी आगे था. पाकिस्तान को अपनी ताकत दिखाने के लिए विंग कमांडर को अभिनंदन वर्धमान को वायुसेना ने सम्मानित भी किया था.
बालाकोट में बम बरसाने वाले पायलटों का दम
सिर्फ विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान ही नहीं बल्कि एयरफोर्स डे के मौके पर आज उन पायलटों ने भी अपने करतब दिखाए जिन्होंने बालाकोट में बम बरसाए थे. बालाकोट एयरस्ट्राइक के दौरान मिराज-2000 से आतंकी अड्डों पर बम बरसाने वाले विमानों का प्रदर्शन हुआ और इनकी अगुवाई उन्हीं जवानों ने की जिन्होंने तब एयरस्ट्राइक की थी.
क्या था ऑपरेशन बंदर?
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में CRPF के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में घुसकर एयरस्ट्राइक की थी. वायुसेना ने बालाकोट में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों को निशाना बनाया था और इस ऑपरेशन ऑपरेशन बंदर का कोडनेम दिया था.
गौरतलब है कि इस हवाई भिड़ंत में वायुसेना ने पाकिस्तान के F-16 लड़ाकू विमान को मार गिराया था. भारतीय वायुसेना का विमान Mig-21 हादसे का शिकार हो गया था और इसको उड़ा रहे पायलट विंग कमांडर अभिनंदन पाकिस्तान के कब्जे वाले इलाके में पहुंच गए थे. वहां उन पर पाकिस्तानियों ने हमला कर दिया था और फिर पाकिस्तानी सेना ने उन्हें पकड़ लिया था. हालांकि, 48 घंटे में ही पाकिस्तान को छोड़ना पड़ा था.
सचिन तेंदुलकर ने भी कार्यक्रम में हिस्सा लिया
सचिन तेंदुलकर मंगलवार सुबह ही हिंडन एयरबेस पहुंचे और उन्होंने पूरे कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने वायुसेना के अधिकारियों से मुलाकात भी की.
सचिन इससे पहले भी वायुसेना के जश्न और बड़े कार्यक्रम में हिस्सा लेते आए हैं, इसके अलावा वह कई बार वायुसेना के जवानों के साथ मुलाकात करते भी दिखे हैं. बता दें कि सचिन तेंदुलकर को साल 2010 में वायुसेना की ओर से ग्रुप कैप्टन की मानद उपाधि दी गई थी.
87वें वायुसेना दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई हस्तियों ने वायुसेना को बधाई दी और जवानों की बहादुरी को सलाम किया. इस बार का वायुसेना दिवस इसलिए भी खास है क्योंकि आज ही के दिन वायुसेना को फ्रांसीसी लड़ाकू विमान राफेल मिलने जा रहा है.
क्यों खास है ये वायुसेना दिवस?
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अभी फ्रांस में हैं और दसॉल्ट कंपनी से राफेल विमान को रिसीव करने गए हैं. फ्रांस में राजनाथ सिंह शस्त्र पूजा करेंगे, उसके बाद राफेल लड़ाकू विमान में उड़ान भी भरेंगे. इसके साथ ही आधिकारिक तौर पर वायुसेना को राफेल विमान सौंप दिया जाएगा.
अगर वायुसेना दिवस के जश्न की बात करें तो इस बार हिंडन एयरबेस पर वायुसेना के कई लड़ाकू विमान आसमान में अपनी ताकत दिखाएंगे. इसमें मिराज-2000, अपाचे, चिनूक हेलिकॉप्टर जैसे आधुनिक विमान-हेलिकॉप्टर शामिल हैं. नए वायुसेना प्रमुख एयर मार्शल आरकेएस भदौरिया ने मंगलवार को यहां पर जवानों से सलामी भी ली.