पिता स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहे
बृजेश सिंह राठौर विधानसभा में पांचवी बार निर्वाचित हुए हैं उनके पिता स्वर्गीय अमर सिंह राठौर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे। बृजेंद्र को राजनीति विरासत में मिली है। उनका जन्म 1 जनवरी 1957 को जेर गांव में हुआ था। उनका एक पुत्र नितेंद्र सिंह हैं।
1980 से राजनैतिक शुरुआत
हायर सेकंडरी पास बृजेंद्र की राजनैतिक शुरुआत 1980 से हुई। सबसे पहले वे जिला युवक कांग्रेस के अध्यक्ष बनाए गए थे। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे लौटकर नहीं देखा। 1981 में पृथ्वीपुर जनपद पंचायत के अध्यक्ष निर्वाचित हुए। इसके बाद एक बार फिर जनपद अध्यक्ष चुने गए। राठौर को मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का नजदीकी माना जाता है। वे 1993 और 1998 में निवाड़ी विधानसभा से निर्दलीय चुनाव जीते थे। वर्ष 2003 में निवाड़ी से ही कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते। 2008 में पृथ्वीपुर नई विधानसभा बनी, जिसमें बृजेंद्र सिंह विधायक चुने गए। 2013 में पूर्व मंत्री सुनील नायक की प|ी भाजपा की अनीता नायक से लगभग 8 हजार वोट से चुनाव हार गए थे।
1987 में वैद्यराज की उपाधि ली
बृजेंद्र सिंह ने सन 1973 में पृथ्वीपुर से हायर सेकंडरी परीक्षा उत्तीर्ण की। 1987 में इलाहाबाद के हिंदी विश्वविद्यालय से वैद्यराज की उपाधि ले आए। उन्हें जनता की नब्ज पकड़ना अच्छी तरह से आता है। यही वजह है कि वे पांचवीं बार विधायक निर्वाचित किए गए हैं। वे ज्यादातर समय अपने विधानसभा क्षेत्र में ही व्यतीत करते हैं।