पिछले तीन दशक से सामाजिक कार्य और राजनीति में सक्रिय भूमिका निभा रहे भारतीय जनता पार्टी के नेता संतोष गंगवार का जन्म 1 नवंबर, 1948 को उत्तर प्रदेश के बरेली नगर में तिओलिया नामक गाँव में हुआ था। उन्हाेंने अपनी शिक्षा रूहेलखंड विश्वविद्यालय और आगरा विश्वविद्यालय से पूरी की थी।अपनी शिक्षा के अंतर्गत उन्होंने बी.एस.सी तथा एल.एल.बी. की डिग्रियाँ प्राप्त की हैं। उनकी पत्नी का नाम सौभाग्य गंगवार है। वे एक पुत्र और एक पुत्री के पिता हैं। संतोष गंगवार पिछले तीन दशक से समाज सेवा के अतिरिक्त राजनीति में सक्रिय हैं। उन्होंने बरेली में शहरी सहकारी बैंक लिमिटेड की स्थापना में महती भूमिका अदा की और वर्ष 1996 में इसके अध्यक्ष रहे। उन्हें इतिहास और भूगोल से जुड़ी पुस्तकें पढ़ने का शौक है।
पढ़ाई के दौरान वह छात्र राजनीति से जुड़े रहे। इंदिरा गांधी की ओर से लगाई गयी इमरजेंसी के दौरान उनको जेल के चक्कर भी काटने पड़े। लगातार 6 बार लोकसभा चुनाव जीतने वाले संतोष गंगवार देश में आपातकाल के दौरान सरकार विरोधी आंदोलन को लेकर जेल भी जा चुके हैं। वह 1996 में उत्तर प्रदेश भाजपा इकाई के महासचिव बनाए गए थे। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में पार्टी इकाई के कार्य समिति के सदस्य भी रह चुके हैं।
13वीं लोकसभा में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में बनी सरकार में वह पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री के साथ-साथ संसदीय कार्य राज्य मंत्री का पदभार भी संभाल चुके हैं। इसके अलावा वह विज्ञान एवं तकनीकि राज्यमंत्री भी रह चुके हैं। राजग सरकार में केंद्रीय राज्यमंत्री रह चुके संतोष गंगवार 16वीं लोकसभा में भी सांसद चुने गए हैं। गंगवार ने अपना पहला चुनाव सन 1981 मे बरेली से भाजपा के टिकट पर लडे जिसमे उनकी हार हुई। 1984 मे हुए आम चुनावो मे वो दुबारा हारे। उसके बाद वह उत्तर प्रदेश के बरेली से 1989 से लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं। हालांकि 15वीं (2009-2014) लोकसभा में उन्हें कांग्रेस के प्रवीण सिंह ऐरन के हाथों हार झेलनी पड़ी थी।
संतोष गंगवार बरेली में विकास पुरुष के नाम से प्रसिद्ध हैं। साल 1996 में बरेली में वह शहरी कोऑपरेटिव बैंक की स्थापना को लेकर पूरी तरह सक्रिय थे और 1996 की शुरुआत में वह इस बैंक के चेयरपर्सन के रूप में कार्यरत थे। बरेली में चौपला रेलवे स्टेशन का निर्माण, स्टेट आर्ट लाइब्रेरी, मिनी बाई पास सहित तमाम प्रोजेक्ट्स के निर्माण का श्रेय संतोष गंगवार को जाता है। संतोष गंगवार का विवाह सौभाग्य गंगवार से हुआ जिससे उन्हें एक पुत्र और एक पुत्री की प्राप्ति हुई।
लगातार 6 बार लोकसभा चुनाव जीतने वाले संतोष गंगवार देश में आपात काल के दौरान सरकार विरोधी आंदोलन को लेकर जेल भी जा चुके हैं। वह 1996 में उत्तर प्रदेश भाजपा इकाई के महासचिव बनाए गए थे। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में पार्टी इकाई के कार्य समिति के सदस्य भी रह चुके हैं। 13वीं लोकसभा में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में बनी सरकार में वह पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री के साथ-साथ संसदीय कार्य राज्य मंत्री का पदभार भी संभाल चुके हैं। इसके अलावा वह विज्ञान एवं तकनीकि राज्यमंत्री भी रह चुके हैं। राजग सरकार में केंद्रीय राज्यमंत्री रह चुके संतोष गंगवार 16वीं लोकसभा में भी सांसद चुने गए हैं। वह उत्तर प्रदेश के बरेली से 1989 से चुनाव जीतते आ रहे हैं। हालांकि 15वीं (2009-2014) लोकसभा में उन्हें कांग्रेस के प्रवीण सिंह एरोन के हाथों हार झेलनी पड़ी थी।