नई दिल्ली. देश भर के इंजीनियरिंग कॉलेजों से हर साल लाखों इंजीनियर पढ़कर निकलते हैं, लेकिन उनमें अपनी पसंद की नौकरी बहुत ही कम लोगों को मिल पाती है. एंप्लॉइज असेसमेंट एस्पायरिंग माइंड्स की 2019 की रिपोर्ट के अनुसार कॉलेजों से पढ़कर निकलने वाले 80 फीसद इंजीनियर रोजगार के योग्य नहीं हैं. रिपोर्ट में इस बात का जिक्र किया गया है कि ज्यादातर इंजीनियर स्किल्ड नहीं हैं, लेकिन इन सब बातों को भुलाकर आज हम बीटेक (B.Tech) के बाद करियर विकल्प के बारे में बता रहे हैं, जहां आप अपना भविष्य बना सकते हैं...
IES Exam
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) भारतीय इंजीनियरिंग सेवा (IES) में भर्ती के लिए परीक्षा आयोजित करता है. साथ ही तकनीकी-प्रबंधकीय पदों के लिए इंजीनियरों की भर्ती के लिए परीक्षा हर साल आयोजित की जाती है. IES परीक्षा में तीन चरण होते हैं - दो लिखित पेपर और उसके बाद साक्षात्कार. चयनित उम्मीदवारों को विभिन्न सरकारी विभागों और मंत्रालयों में तैनात किया जाता हैं.
पीएसयू अपने GATE स्कोर के आधार पर उम्मीदवारों का चयन करते हैं, जबकि कुछ भर्ती के लिए अलग परीक्षा देते हैं. कोल इंडिया लिमिटेड (CIL), भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) और भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (BARC) जैसे संगठन इंजीनियरों की भर्ती के लिए अलग-अलग परीक्षा आयोजित करते हैं.
इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट (GATE)GATE परीक्षा हर साल विभिन्न भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों और भारतीय विज्ञान संस्थान में ME / MTech / PhD पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है. यह परीक्षा IITs और IISc द्वारा आयोजित की जाती है. एमटेक (MTech) के बाद कोई भी नौकरी कर सकता है या रिसर्च कर सकता है. गेट स्कोर तीन साल के लिए वैध है और GATE परीक्षा विभिन्न इंजीनियरिंग और विज्ञान स्नातक विषयों की समझ का परीक्षण करती है.